दिल्ली में 25 साल की एक युवती की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई. हत्या के बाद युवती का शव एक बैग में छिपा दिया गया. युवती के शव के पास एक नोट मिला जिसमें हत्या के लिए जिम्मेदार किसी और को ठहराया गया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक आरोपी फरार है.
दिल्ली पुलिस ने दिनेश, सौरभ, चन्द्रकेश और रईसुद्दीन को एक 25 साल की युवती की गैंगरेप के बाद हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया है. इनका एक साथी धीरेंद्र फरार है. युवती को 25 फरवरी को अम्बेडकर नगर से नौकरी दिलवाने के बहाने एक फ्लैट में बुलाया गया. गैंगरेप के बाद उसका गला घोंटा गया फिर एक बैग में उसके शव को डालकर सरिता विहार इलाके में फेंक दिया गया.
गत 27 फरवरी को पुलिस ने युवती का शव बरामद किया. युवती की जेब से एक नोट मिला. इस नोट से ही हत्याकांड की जांच शुरू हुई. यह नोट मृतक युवती से लिखवाया गया था. नोट में लिखा था कि आरुष और उसके दो साथियों ने उसके अश्लील वीडियो बनाए. उसकी हत्या के जिम्मेदार वही होंगे.
जब पुलिस ने बुराड़ी के रहने वाले इन तीनों लोगों को पकड़ा तो पता चला कि हत्या में इनका हाथ नहीं है. इसके बाद युवती के मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड के आधार पर दिनेश और उसके तीन साथियों को पकड़ा गया. इनमें से दिनेश युवती का परिचित था. उसने युवती को बहाने से बुलाया था.
दिनेश ने बताया कि जब वो और धीरेंद्र किसी अन्य मामले में जेल में बंद थे तो उनका झगड़ा बंटी नाम के व्यक्ति से हो गया था. इसके बाद बंटी के भाई आरुष को हत्या के झूठे केस में फंसाने की साजिश रची गई. आरोपी आरुष की 200 गज की प्रॉपर्टी पर कब्ज़ा करना चहते थे.